जब भी आप कुछ बोलते हैं-आप अपना पता बताते हैं।आप के बोलने और आप के बोल के बीच में।आप का जब भी आप कुछ बोलते हैं-आप अपना पता बताते हैं।आप के बोलने और आप के बोल के बीच में...
मैं तुरन्त मनोज को फोन मिलाने लगा जिससे कि उसे ये खुशखबरी दे सकूं। मैं तुरन्त मनोज को फोन मिलाने लगा जिससे कि उसे ये खुशखबरी दे सकूं।
आज सोनाली की नज़रों में उसके पापा का सम्मान और बढ़ गया था। आज सोनाली की नज़रों में उसके पापा का सम्मान और बढ़ गया था।
आज वो अकेला था अपनी स्वछंदता के स्मारक पर। आज वो अकेला था अपनी स्वछंदता के स्मारक पर।
नेहा उदास रहने लगी अक्सर उसके मन मे यही ख्याल आता कि मेरी गलती क्या है नेहा उदास रहने लगी अक्सर उसके मन मे यही ख्याल आता कि मेरी गलती क्या है
पति-पत्नी और बच्चे के रिश्तों को समझाती कहानी पति-पत्नी और बच्चे के रिश्तों को समझाती कहानी